(जीवन दिशा न्यूज़) महिला और बाल विकास मंत्रालय ने 29 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली स्थित ओबेरॉय होटल में पोषण उत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य अच्छे पोषण व्यवहार को बढ़ावा देना था। साथ ही, अच्छे पोषण अभ्यासों को बढ़ावा देकर कुपोषण से निपटने को लेकर भारत के प्रयासों को रेखांकित किया गया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय महिला और बाल विकास व अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी के साथ बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) के सह-अध्यक्ष श्री बिल गेट्स की गरिमामयी उपस्थिति थी।
इस कार्यक्रम में ‘पोषण उत्सव पुस्तक’ का विमोचन किया गया और कार्टून गठबंधन की शुरुआत की घोषणा की गई। महिला और बाल विकास मंत्रालय की ओर से परिकल्पित ‘पोषण उत्सव पुस्तक’ को दीनदयाल अनुसंधान संस्थान (डीआरआई) ने तैयार किया है। यह पुस्तक प्राचीन पोषण परंपराओं को फिर से जीवित करने, ज्ञान के आदान-प्रदान और अंतर-पीढ़ीगत शिक्षण की सुविधा प्रदान करने का प्रयास करती है। इसके अलावा यह देश की समृद्ध पाक विरासत और पोषण विविधता की सराहना के लिए एक व्यापक भंडार के रूप में भी कार्य करता है।
वहीं, कार्टून गठबंधन की परिकल्पना महिला और बाल विकास मंत्रालय की सहभागिता में पोषण के लिए सहायता और योगदान देने के लिए की गई है। यह गठबंधन भारत में प्रसिद्ध कार्टून संस्थाओं के बीच सहयोग से हुआ है, जिससे बच्चों के बीच सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन के लिए मनोरंजक और विश्वसनीय तरीके से पोषण पर जरूरी संदेश देने के लिए लोकप्रिय कार्टून चरित्रों की शक्ति का उपयोग किया जा सके।
इस अवसर पर बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष श्री बिल गेट्स ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “पोषण उत्सव पुस्तक भारत के विविध समुदायों में पोषण संबंधी खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय संदर्भ और सांस्कृतिक अभ्यासों को शामिल करने का एक बेहतरीन उदाहरण है।” उन्होंने आगे कहा, “जब आप एक महिला के जीवन में सुधार करते हैं, तो इसका एक बड़ा प्रभाव पड़ता है। आप उसके समुदाय और उसके देश का विकास करते हैं। हमने देखा है कि भारत में इस तरह की प्रगति स्थायी हो सकती है और बड़े पैमाने पर इसे प्राप्त किया जा सकता है।”
वहीं, अपने मुख्य भाषण में केंद्रीय महिला और बाल विकास व अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने पोषण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बीएमजीएफ के किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब माननीय प्रधानमंत्री ने साल 2018 में पोषण अभियान की घोषणा की, तो यह देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। पहली बार भारत सरकार के 18 मंत्रालय पोषण अभियान नामक राष्ट्रीय आकांक्षी कार्यक्रम के लिए एक साथ आए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर एक आंगनबाड़ी डिजिटल रूप से सक्षम किया गया है, जिससे सुदूर क्षेत्र तक सेवा वितरण की निगरानी हो सके। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि अब देश भर के आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए हैंडहेल्ड उपकरण उपलब्ध हैं। हर महीने आंगनवाड़ी दीदियां डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप 6 वर्ष से कम उम्र के 7.5 करोड़ बच्चों का माप लेती हैं।
इसके अलावा उन्होंने इसका उल्लेख किया कि पोषण ट्रैकर के परिचालन के बाद एनएफएचएस- 5 सर्वेक्षण रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों की तुलना में एसएएम और एमएएम बच्चों की संख्या में महत्वपूर्ण गिरावट देखी गई है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि शुरू किए गए कार्टून गठबंधन का उद्देश्य स्वस्थ जीवनशैली के लिए बच्चों में व्यवहार परिवर्तन लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
चाचा चौधरी, सुपंडी, शंभू, एल्मो जैसे लोकप्रिय कार्टून चरित्रों ने इस गठबंधन को जीवंत बना दिया और इस अवसर पर विशेष आकर्षण जोड़ दिया है।
यह कार्यक्रम कुपोषण से निपटने और बच्चों में स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के प्रयासों में एक बड़ी उपलब्धि है। साथ ही, यह सुपोषित भारत के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।