(जीवन दिशा) विश्व एड्स दिवस 2024 के अवसर पर, भारत ने एचआईवी/एड्स के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक नए युग की शुरुआत की है। इस वर्ष का विषय “सही रास्ता अपनाएं: मेरी सेहत, मेरा अधिकार!” है, जो समावेशिता, मानवाधिकारों और स्वास्थ्य देखभाल तक समान पहुंच को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
भारत ने एचआईवी/एड्स के खिलाफ अपनी लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रगति की है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम (एनएसीपी) के पांचवें चरण के तहत, भारत ने 2025-26 तक वार्षिक नए एचआईवी संक्रमणों और एड्स संबंधित मृत्यु दर में 80% तक कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
एनएसीपी के पांचवें चरण में आठ मार्गदर्शक सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिनमें समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण, तालमेल निर्माण, प्रौद्योगिकी एकीकरण और लिंग-संवेदनशील प्रतिक्रियाएं शामिल हैं।
भारत ने एचआईवी/एड्स के खिलाफ अपनी लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। संरचनात्मक चुनौतियों का समाधान करके और सफल मध्यवर्तनों को बढ़ावा देकर, भारत एचआईवी/एड्स के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।