(जीवन दिशा न्यूज़) महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देश भर में सभी ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों और शहरी क्षेत्रों को शामिल करते हुए सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ में भाग ले रहा है। स्थानीय निकायों का उद्देश्य आर्थिक रूप से उन कमजोर लोगों तक पहुंचना है, जो सरकार की विभिन्न योजनाओं के पात्र हैं लेकिन जानकारी के अभाव में उन्होंने योजना का लाभ नहीं उठाया है। यह योजनाओं में उनके नामांकन पर जोर देता है। कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूकता का प्रसार और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ उनकी व्यक्तिगत कहानियां/अनुभव साझा करने के माध्यम से बातचीत विकसित भारत संकल्प यात्रा का मूल उद्देश्य है।
यह अभियान भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों, राज्य सरकारों, केंद्र सरकार के संगठनों और संस्थानों की सक्रिय भागीदारी के साथ सरकार का पूर्ण दृष्टिकोण अपनाकर चलाया जा रहा है, ताकि नागरिकों के लाभ के लिए सभी संबंधित पक्षों की व्यापक संभव भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। देश और विकसित भारत के सपने को साकार किया जा सके।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा की जा रही संक्षिप्त गतिविधियां:
- लाभार्थियों को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्राप्त लाभों के बारे में “मेरी कहानी मेरी जुबानी” के रूप में साझा करने का अवसर दिया जाता है।
- स्वस्थ बालक स्पर्धा का आयोजन एवं स्वस्थ बच्चों का अभिनंदन।
- आंगनवाड़ी सेवा योजना में नामांकन के लिए लाभार्थियों का ऑन-स्पॉट पंजीकरण।
- सभी ग्राम पंचायतों में जनता को जागरूक करने के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की योजनाओं के बारे में जानकारी का प्रसार सुनिश्चित किया गया है।
विकसित भारत डैशबोर्ड के अनुसार, 4 जनवरी 2024 तक, विभिन्न मंत्रालयों की लगभग 60 योजनाओं के 14.70 लाख लाभार्थियों ने “मेरी कहानी मेरी जुबानी (एमकेएमजेड)” के तहत अपने अनुभव साझा किए हैं, जिनमें से 1,03,594 लाभार्थियों ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत विभिन्न योजनाओं से लाभ उठाया है। पोषण अभियान से 54,258 और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से 49,336 लोग लाभान्वित हुए हैं।