(जीवन दिशा न्यूज़) कभी लेबनान में ईसाई बहुत ज्यादा संख्या में थे …
लेबनान की राजधानी बेरूत को पूर्व का पेरिस कहा जाता था
पूरे दुनिया की सोने की सबसे बड़ी मंडी बेरूत था
विश्व के गोल्ड का 50% कारोबार बेरूत से होता था
सैकड़ो हिंदी और हॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग बेरूत में ही होती थी जिसमें धर्मेंद्र माला सिन्हा की आंखें प्रमुख है
लोग लेबनान में छुट्टियां मनाने जाते थे वहां के खूबसूरत समुद्र तट, लेबनान के पहाड़, ऑलिव और अंगूर के बागान बेहद आकर्षित करते थे
लेबनान मिडिल ईस्ट में एकमात्र ऐसा देश है जहां कुछ हिस्सों में भारी बर्फबारी भी होती है
फिर बड़ी प्लानिंग के तहत लेबनान में दूसरे देशों से मुसलमानों को बसाकर पूरी डेमोग्राफी चेंज कर दी गई और पूरी सत्ता मुसलमानों के हाथ में आ गई
लेकिन फिर लेबनान के मुसलमान शिया सुन्नी कुर्द और तुर्क इत्यादि ग्रुप में बट कर लड़ने लगे और कभी एशिया के सबसे अमीर देश का दर्जा हासिल रखने वाले लेबनान और विश्व की सोने की मंडी कहे जाने वाली उसकी राजधानी बेरुत को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया
आज लेबनान के ईसाई अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया और यूरोप में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं।