(जीवन दिशा न्यूज़) डॉ. विकास कुमार द्वारा बताया गया
बालों का टूटना या झड़ना
शरीर का सुन्न हो जाना हाथ पैरो में झुनझुनी आना|
याददाश्त कमजोर होना
हड्डियां कमजोर होना,जोड़ों का दर्द
मांसपेशियों में दर्द
दांतो का कमजोर होना ,नाखून टूटना
नींद ना आना, डर लगना और दिमागी टेंशन रहना
सांस की समस्याएं
कब्ज, गैस और पेट दर्द
अत्यधिक थकान और कमजोरी होना
उपयुक्त सभी कैल्शियम की कमी के लक्षण है।यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन अक्सर यह दूसरी बीमारियों के तौर पर सामने आता है।
कैल्शियम की कमी को कैसे दूर कर सकते हैं और इसके कौन-कौन से तरीके हैं I
लेकिन इससे पहले हम कैल्शियम से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तत्व को समझ लेते हैं I
शरीर को प्रतिदिन कितने कैल्शियम की जरूरत होती है?
वयस्क तथा बुजुर्गों के लिए – 1000-1300 mg प्रतिदिन
किशोरों के लिए – 1300 mg प्रतिदिन
बच्चों के लिए – 700-1000 mg प्रतिदिन
एक वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए 250-300 mg प्रतिदिन।
कैल्शियम की कमी के लिए टेस्ट /परीक्षण
कैल्शियम की कमी जानने के लिए ब्लड टेस्ट कर सकते हैं -सिरम कैलशियम लेवल
वयस्कों के लिए सामान्य कैल्शियम लेवल 8.8 से 10.4 mg/dL
होता है।
यदि आपके कैल्शियम का स्तर 8.8 mg/dl से कम है तो आपमें
कैल्शियम की कमी हैं।
कैल्शियम की कमी का इलाज
🔷A. डायट में बदलाव- ऐसी खाद्य पदार्थ का सेवन करें जिसमें कैल्शियम की मात्रा ज्यादा हो नीचे दिए गए फोटो में खाद्य पदार्थ तथा उसमें कैल्शियम के लेवल को दर्शाया गया है I
इनका सेवन कर हम कैल्शियम के लेवल का सुधार कर सकते हैं।
1. दूध (Milk)
2. मछली (Fish)
3. बादाम (Almond)
4. ओरेंज जूस (Orange Juice)
5. चीज़ (Cheese)
6. योगर्ट (Yogurt)
7. ब्रोकली (Brocolli)
8. अंजीर (Fig)
9. वे प्रोटीन (Whey Protein)
10. अन्य (Others)बताए गए विकल्पों के अलावा चीया सीड्स, सोयबीन्स, सरसों के बीज, कुछ दालें, फोर्टिफाइड फूड्स, सोय मिल्क आदि भी कैल्शियम के स्तर को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
🔷B. कैल्शियम सप्लीमेन्ट्स – कुछ मौके ऐसे हो सकते हैं जहां सिर्फ इन वस्तुओं के सेवन से काम ना चले। ऐसी परिस्थतियों में कैलशियम सप्लीमेन्ट्स की आवश्यकता पड़ती है।
इनमें शामिल हैं
कैल्शियम सिट्रेट,
कैल्शियम फोस्फेट
एवं कैल्शियम कार्बोनेट-(यह अधिक महंगा नहीं होता यह सबसे कॉमन प्रिसक्राइब किए जाने वाला साल्ट है ,आमतौर पर इसे एक गोली प्रतिदिन दिया जाता है जब तक कैल्शियम की कमी दूर ना हो जाए।
🔷कैल्शियम के साथ ही डॉक्टर विटामिन डी के लेवल को बैलेंस करने की भी सलाह दे सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के अच्छे स्तर को बनाए रखने में अहम योगदान देता है अतः आम तौर पर विटामिन डी की गोली भी दी जाती है I
🔷कैल्शियम के सप्लीमेंट को दो भाग में बांट कर ले तथा भोजन के बाद ले इसे कैल्शियम का अब्जॉर्प्शन अच्छे तरीके से होता है I
🔷C डायट में बदलाव या सप्लीमेन्ट्स के कारण भी इलाज असफल हो रहा हो, तो फिर कैल्शियम इंजेक्शन की मदद ली जा सकती है।
Note: यह जानकारी के लिए ,है किसी भी बीमारी में और दवाइयां /सप्लीमेंट्स का सेवन डॉक्टर के सलाह पर ही करें I